Busy Software में बहुत से Masters पहले से ही बने हुए होते है. उन्हें बनाने की जरूरत नहीं पडती. जैसे - Cash , Profit & Loss , Purchase , Sales , Stock , Income (Commission on Sales) , Fixed Assets - (Computer ,Furniture , Machinery & Plants ) , Expenses - (Maintenance , Rent , Advertisement , Miscellaneous , Conveyance , Legal , Freight , Depreciation , Charity , Bank Charge , Postal , Stationary , Round Off , Salary , Service Charge , Staff Welfare , Telephone ,Travelling , Electricity) Etc.
इन सब के अतिरिक्त Busy Software में नए Masters बनाने के लिए नीचे दी गयी Process से बनाये जा सकते है.
Busy Software में Masters कैसे बनाये
Busy में Ledger (Masters) बनाने के लिए Busy Software को Open करना होता है. उसके बाद उस Company को Open करना होता है. जिसमे Masters बनाने होते है. Company को Open करने के लिए Left Side में लिखे Company Name पर Click करके Open Company से Select किया जा सकता है. इसके बाद Company नाम से Screen सामने आती है. जिसमे लिखे User Name के सामने Company का User Name लिखकर Keyboard से Enter Key Press करके नीचे दिए गए Password में Password लगाकर Ok पर Click करने से Company Open की जा सकती है.
Busy Software में खाते कैसे बनाये
Company Open होने के बाद Right Side में लिखे Add Account पर Click करके या Keyboard की Shortcut Alt + F1 Press करे अथवा Left Side में लिखे Administration पर Mouse से Click करने के बाद Masters पर Click करे. यहाँ Open List में लिखे Account नाम पर Click करने के बाद Add पर Click करने से Add Account Master (Ledger Creation) की Window Open होती है. जिसमे दी गयी Information को भरना होता है जैसे -
General Information
- Name - इसके सामने Masters का नाम लिखा जाता है जिस नाम से खाता बनाना चाहते है. जैसे - RGCEI (पार्टी का नाम) , Furniture या Chair (सम्पतियों का नाम) , Interest या Rent (आय और व्यय का नाम) आदि.
- Alias - इसके सामने जिस नाम से खाता बनाया जा रहा है उसका Short Form लिख सकते है. जिससे Masters खोजने में आसानी रहती है.
- Print Name - इसके सामने Masters का वो नाम लिखा जाता है जो Invoice की Print में लिखा जायेगा.
- Group - जिसे Under Groups भी कहा जाता है. इसमें एक List दी गयी है. जिसमे से Master किससे सम्बन्ध रखता है. उसको चुनना होता है. जिसकी List नीचे दी गयी है.
नोट - इसके बाद की Detail प्रत्येक Under Group के अनुसार बदल जाती है.
Profit & Loss Account
- Stock in Hand - इस Under Group में वे सभी खाते आते है जिनका सम्बन्ध माल (सामग्री) से हो.
- Purchase Account - इसमें ख़रीदे गए माल से सम्बन्धित खाते आते है.
- Sales Account - इसमें बेचे गए माल से सम्बन्धित Masters आते है.
- Direct Expenses - सभी प्रत्यक्ष व्ययों के खाते को इसी Under Group में रखा जाता है.
- Indirect Expenses - सभी अप्रत्यक्ष व्ययों के Masters को इसी Under Group में रखा जाता है.
- Direct Income - सभी प्रत्यक्ष आयों के खाते को इसी Under Group में रखा जाता है.
- Indirect Income - सभी अप्रत्यक्ष आयों के खाते को इसी Under Group में रखा जाता है.
Balance Sheet
- Cash in Hand - इसमें नकद से सम्बन्धित Masters आते है.
- Fixed Assets - इसमें स्थाई सम्पतियो के खातों को रखा जाता है.
- Loan and advance (Assets) - इसका उपयोग किसी से अग्रिम राशि प्राप्त करने या देने वाले सभी खाते रखे जाते है
- Investment - किसी भी प्रकार का निवेश करने से सम्बन्धित Masters के लिए इस Under Group का उपयोग किया जाता है
- Deposit (Assets) - इस Under Group का उपयोग किसी माल या सम्पति के लिए अग्रिम भुगतान करने से सम्बन्धित Masters आते है.
- Bank Account - इसमें बैंक के सभी खाते रखे जाते है.
- Sundry Debtors - किसी व्यक्ति या फर्म के Masters जिनको उधार माल या सम्पति बेचीं गयी है.
- Current Liabilities - इसमें वो Masters आते है जिनको एक वर्ष में चुकाना होता है.
- Capital Account - इसमें व्यापार के मालिक से सम्बन्धित Masters बनाया जाता है.
- Loan liability - किसी व्यक्ति या फर्म के Masters जिनसे ऋण लिया गया.
- Secured Loan - किसी व्यक्ति और फर्म के पास अपनी सम्पति आदि को गिरवी रख कर ऋण लिया जाता है.
- Unsecured Loan - इसमें उन ऋणों को रखा जाता है जिसके बदले कुछ नहीं दिया गया हो.
- Duty & Taxes - इसमें कर से सम्बन्धित Masters आते है.
- Bank O/D - इसमें वे सभी Masters आते है जिनका सम्बन्ध बैंक से लिए गए ऋण से होता है.
- Sundry Creditors - किसी व्यक्ति या फर्म के Masters जिनसे उधार माल या सम्पति खरीदी गयी है.
- Provision - इसमें वो Masters आते है जिनका भुगतान एक ही वित्तीय वर्ष में करना होता है किन्तु किया नहीं जाता है. उनको समायोजित कर सकते है.
Information Of Masters in Busy Software
- Opening Balance - इसके सामने वो राशि लिखी जाती है जिसका भुगतान पिछले वर्ष का शेष रह गया हो. इसके सामने लिखे (Rs.)Dr/Cr को चुने.
- Previous Year Balance - ये Opening Balance ही होता है. जिसका भुगतान पिछले वर्ष का शेष रह गया हो. इसके सामने लिखे (Rs.) Dr/Cr को चुने.
- Address - इसके सामने व्यक्ति या संस्था का पता लिखा जाता है.
- Country - इसमें उस व्यक्ति या संस्था के देश को चुना जाता है. जहाँ का वह निवासी है.
- State - इसमें व्यक्ति या संस्था का राज्य चुना जाता है. जिसमें वह रहता है.
- Type of Dealer - इस Option में संस्था ने GST के किस Scheme में Registration करवाया है. चुना जाता है. जैसे - Registered , Un - Registered , Composition , UIN Holder आदि.
- GSTIN/UIN - इसमें संस्था या व्यक्ति के GST या UIN No. लिखे जाते है.
- Aadhaar No. - इसके सामने व्यापार के मालिक के आधार कार्ड नंबर लिखे जाते है.
- TIN - इसके सामने व्यापार के TIN No. लिखे जाते है.
- PAN/IT No. - इसमें व्यक्ति या संस्था के PAN Card No. लिखे जाते है.
- Ward - इसमें संस्था या व्यक्ति का वार्ड नं. लिखे जाते है.
- E-mail - इसमें संस्था या व्यक्ति की Gmail ID लिखी जाती है.
- Telephone No. - इसमें संस्था या व्यक्ति के लैंडलाइन फ़ोन नम्बर लिखे जाते है.
- Fax - इसमें संस्था या व्यक्ति के फैक्स नम्बर लिखे जाते है. यदि हो तो
- Contact Person - इसमें संस्था या व्यक्ति का नाम लिखा जाता है जिससे जरूरत पड़ने पर संपर्क किया जा सके.
- Mobile No. - इसमें संस्था या व्यक्ति के मोबाइल फ़ोन नम्बर लिखे जाते है.
- Transport - जिस संस्था या व्यक्ति द्वारा माल पहुंचाया जाता है.
- Station - इसमें उस व्यक्ति या संस्था का स्टेशन नाम लिखा जाता है.
Other Information
Maintain Balance Bill By Bill - इस Option को Yes या No किया जाता है. यदि किसी भी Ledger का Record बिल के अनुसार रखना चाहते है. तो इसे Yes करे और यदि किसी Record को बिल के अनुसार नहीं रखना चाहते तो No रख सकते है.
- Credit Days For Sale - यहाँ दिन लिखे जाते है जितने दिन के लिए उन्हें उधार माल दिया गया है.
- Credit Days For Purchase - यहाँ दिन लिखे जाते है जितने दिन के लिए उन्हें उधार माल लिया गया है.
- Specify Default Sale Type - यदि किसी ग्राहक को नियमित रूप से माल बेचा जाता है तो इस Yes करे अन्यथा No. रहने दे.
- Specify Default Purchase Type - यदि किसी से नियमित रूप से माल ख़रीदा जाता है तो इस Yes करे अन्यथा No. रहने दे.
- CST No. - इसमें उस व्यक्ति या संस्था का सीएसटी नम्बर लिखे जाते है. यदि हो तो
- LST No. - इसमें उस व्यक्ति या संस्था का एलएसटी नम्बर लिखे जाते है. यदि हो तो
- IE Code - इसमें उस व्यक्ति या संस्था के आईएफसी कोड लिखे जाते है. यदि हो तो
- इसके बाद Keyboard से Enter Key Press करके सारी Details को Accept किया जाता है.
Busy Software में Masters (खाते) कैसे बदलते है
Busy Software में Masters को बदलने के लिए सबसे पहले Company को Select करे. Company Select होने के बाद Left Side में लिखे Administration पर Mouse से Click करे. यहाँ लिखे Masters पर Click करे. जिसके बाद Open List में लिखे Account नाम पर Click करने के बाद Modify नाम पर Click करे या Keyboard से Enter Key Press करे. जिसके बाद Select Account to Modify List में से उस Master को चुने. जिसमे बदलाव करना होता है. इसके बाद Modify Account Master की Window Open होती है. जिसमे लिखी गयी Information को बदला जा सकता है.
Busy Software में Masters (खाते) कैसे Delete करते है
Busy Software में Masters को मिटाने के लिए सबसे पहले Company को Select करे. Company Select होने के बाद Left Side में लिखे Administration पर Mouse से Click करे. यहाँ लिखे Masters पर Click करे. जिसके बाद Open List में लिखे Account नाम पर Click करने के बाद List नाम पर Click करे या Keyboard से Enter Key Press करे. जिसके बाद List of Accounts का Dialog Box सामने आएगा. जिसमें लिखे Screen नाम पर Click करे. इसके बाद एक ओर Dialog Box Report Option Open होगा. जिसमे Standard Format पर Click या Enter Key Press करे तीसरे डायलॉग बॉक्स में All Accounts पर Click करने से उस सभी खातों को सूचि खुल जाएगी. जिस खाते को Delete करना हो उसे चुने और Keyboard से F8 Key Press करे या ऊपर दिए Delete नाम पर Click करके Masters को Delete किया जा सकता है.
Busy Software में Masters क्या होता है ?
Masters का अर्थ होता है खाते अर्थात व्यापार में हुए किसी भी व्यवहार को एक ही स्थान पर लिखना ही Masters कहलाता है
Busy Software में खाते कैसे बनाते है ?
सबसे पहले Company को Open करते है जिसके Right Side में लिखे Add Account पर Click करे अथवा Administration पर Mouse से Click करके Masters पर Click करे. यहाँ Open List में लिखे Account नाम पर Click करने के बाद Add पर Click करने से Add Account Master (Ledger Creation) की Window Open होती है. जिसमे दी गयी Information को भरना होता है
Busy Software के किन किन Masters को Profit & Loss Account में दिखाया जाता है ?
Stock in Hand , Purchase Account , Sales Account , Direct Expenses , Indirect Expenses , Direct Income , Indirect Income आदि Under Groups के Masters को Profit & Loss Account में दिखाया जाता है
FAQ Of Busy Software 's Masters
Busy Software के किन किन Masters को Balance Sheet में दिखाया जाता है ?
Cash in Hand , Fixed Assets , Loan and advance (Assets) , Investment , Deposit (Assets) , Bank Account , Sundry Debtors , Current Liabilities , Capital Account , Loan liability , Secured Loan , Unsecured Loan , Duty & Taxes , Bank O/D , Sundry Creditors , Provision आदि Under Groups के Masters को Balance Sheet में दिखाया जाता है
Busy Software में Masters को कैसे बदलते है ?
सबसे पहले Company को Select करे. Company Select होने के बाद Left Side में लिखे Administration पर Mouse से Click करे. यहाँ लिखे Masters पर Click करे. जिसके बाद Open List में लिखे Account नाम पर Click करने के बाद Modify नाम पर Click करे. जिसके बाद Select Account to Modify List में से उस Master को चुने. जिसमे बदलाव करना होता है. इसके बाद Modify Account Master की Window Open होती है. जिसमे लिखी गयी Information को बदला जा सकता है.
Busy Software में Masters को कैसे मिटाते है ?
सबसे पहले Company को Select करे. Company Select होने के बाद Left Side में लिखे Administration पर Mouse से Click करे. यहाँ लिखे Masters पर Click करे. जिसके बाद Open List में लिखे Account नाम पर Click करने के बाद List नाम पर Click करे. जिसके बाद List of Accounts का Dialog Box सामने आएगा. जिसमें लिखे Screen नाम पर Click करे. इसके बाद एक ओर Dialog Box Report Option Open होगा. जिसमे Standard Format पर Click करे तीसरे डायलॉग बॉक्स में All Accounts पर Click करने से उस सभी खातों को सूचि खुल जाएगी. जिस खाते को Delete करना हो उसे चुने और Keyboard से F8 Key Press करे या ऊपर दिए Delete नाम पर Click करके Masters को Delete किया जा सकता है.