Tally Prime क्या है और Tally Prime में Company कैसे बनाये किसी भी व्यवसाय को व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए खातों का रखरखाव करना , अलग अलग खाते तैयार करना , ग्राहकों को बिल देना आदि Record रखना एक व्यवसायी के लिए उतना ही जरुरी होता है. जितना आय अर्जन करना
कुछ समय पहले अपने व्यवसाय (दुकान , फर्म , कम्पनी , सयुंक्त सहकारी समिति) आदि के लेनदेन को लाल रंग की खाता बहियों में रखा जाता था. जिसमे लेखांकन कार्यो के लिए बही के प्रत्येक पृष्ट को आठ टुकड़ों में मोड़ा जाता था. और इन्ही बहियो के अंदर एक Format बना कर हाथ से लिखा जाता था. जिसकी गणना करने के लिए कैलकुलेटर का उपयोग किया जाता था. यह कार्य अत्यंत जटिल था जिसका रखरखाव करना आसान नहीं था. इसी लेखांकन कार्यो को सरलता से करने के लिए कम्प्यूटर में कुछ Software बनाये गए. जैसे - Tally , Busy , Marg , Miracle , Wave आदि.
Tally Prime में Company Create करने से पहले Tally के बारे में जान लेते है की Tally क्या है
Tally का अर्थ है मिलान करना अर्थात माल कहाँ से ख़रीदा , किससे ख़रीदा , माल किसको बेचा , हमारे पास कितनी राशि है , बैंक खाते में कितना पैसा जमा है , किन किन खर्चो का भुगतान किया गया , किस वस्तु से कितनी आय हुए आदि सभी कार्य हम Tally Software में कर सकते है.
जिसके लिए व्यवसायी को लाभ और हानि खाता , बिल बनाने , तुलन पत्र बनाने आदि की आवश्यकता नहीं होती. Tally Software में ये सभी कार्य स्वचालित तरीके से हो जाते है.
Tally Prime क्या है और Tally Prime में Company कैसे बनाये
टैली एक Financial Accounting Software है. जिसका पूरा नाम Total Accounting Leading List Year और Transactions Allowed in a Linear Line Yards होता है. इस Software का निर्माण 1986 में Multinational Company Tally Solutions Private Limited के श्यामसुन्दर गोयनका और उनके बेटे भरत गोयनका द्वारा किया गया. Tally Solution Private Limited का मुख्यालय भारत के कर्नाटक राज्य के बैंगलोर शहर में स्थित है. टैली भारत में ही नहीं अन्य देशो में भी काफी प्रचलित है.
Tally Prime Versions
टैली सोलूशन्स प्राइवेट लिमिटेड का पहला Version Tally 4.5 था. जिसे 1990 में MS DOS के लिए बनाया गया इसके बाद 1996 में Tally 5.4 GUI Base पर बनाया गया. फिर 2001 में Tally 6.3 Launch किया गया. जिसमे Invoice की Printing करना प्रारम्भ किया गया. इसके बाद 2005 में Tally 7.2 को विकसित किया गया जो सबसे अधिक प्रचलित हुआ. जिसमे Value Added Tax (VAT) की गणना का नया Feature जोड़ा गया. इसके बाद भी Tally में बदलाव हुए 2006 में Tally 9 Payroll , Point of Sale , TDS आदि सुविधाएं प्रदान की गयी. इसके पश्चात् 2009 में Tally ERP 9 Release किया गया जिसमे 2017 में लागु हुए. GST (Goods & Service Tax) को जोड़ा गया. फिर 9 November 2020 को Tally Prime Launch किया गया. जो Tally Solution का एक नवीन Product है. जिसमे Multi State GST को Apply किया गया.
Tally Prime का उपयोग करने के लिए निम्न आवश्यकताओं को पूर्ति करना जरुरी है
सबसे पहले Tally Prime Software की आवश्यकता पड़ेगी. ये Software आप Tally Solution को Official Website से Download कर सकते है.
Tally Prime Windows के 64 Bit Operating System के लिए बनायीं गयी है. ये Window 32 Bit Operating System में Install नहीं होती.
Tally Prime में Company कैसे बनाये
एकाउंटिंग कार्य को करने के लिए सबसे पहले अपने Firm , Company , Shop , Services आदि व्यवसाय को Tally Prime में Register करना होता है. जिसे Company Create करना कहते है.
Tally Prime में Company बनाने के लिए Tally Prime Software को Mouse से Double Click करके Open करे.
यहाँ Tally Prime की Screen पर Keyboard की Shortcut Alt + F3 या Alt + K या F3 Press करे अथवा Screen के Right Side में लिखे. Company नाम पर Mouse से Click करे.
जिससे हमारे सामने Create Company की Window Open होगी. जिसमे हमें Create Option को Select करना होता है. यहाँ अपनी Company , Shop या Firm की जानकारी भरनी होती है.
यहाँ नीचे Tally Prime में Company Create करते समय आने वाले सभी Options को बताने का प्रयास किया जा रहा है.
Tally Prime Company Creation
- Company Data Path - यह Computer की वो जगह होती है. जहाँ Tally Prime का Data Save रखा जाता है. इसे अपनी आवश्यकतानुसार बदला भी जा सकता है.
- Company Name - इसके सामने हमें अपनी Shop , Firm , company का नाम लिखना होता है.
- Mailing Name - यहाँ हमें Company , Shop या Firm का वो नाम लिखना होता है. जो Ledger को Print करना चाहते है.
- Address - इसमें Shop , Firm या Company का पता लिखना होता है. जहाँ अपना Business स्थित है.
- State - इसमें अपने Firm , Shop और Company के राज्य को चुनना होता है.
- Country - इसमें अपने देश को चुनना होता है. जहाँ Firm , Shop और Company स्थित है.
- Pin Code - इसमें Company , Firm और Shop के क्षेत्र का पिन कोड नंबर लिखना होता है.
- Financial Year Beginning From - यहाँ वित्तीय वर्ष लिखा जाता है. जिस वित्तीय वर्ष में अपना व्यापार शुरू किया. जैसे 1 April 2022
- Books Beginning From - यहाँ पर जिस दिन से हमने व्यापार शुरू किया उस दिन की दिनांक लिखी जाती है. लेकिन ज्यादातर यहाँ पर वित्तीय वर्ष की ही दिनांक जाती है.
यहाँ F12 Key Press करके अपनी आवश्यकतानुसार अधिक Options को दिखाया जा सकता है.
Provide Contact Details
- Phone No. - इसमें Firm , Company , Shop के फ़ोन नम्बर लिखना होता है.
- Mobile No. - इसमें अपने Business या व्यापार का Mobile Number लिखना होता है.
- E- Mail - इसमें अपने व्यापार की Gmail Id लिखनी होती है.
- Website - इसमें अपने व्यापार , Business की Website लिखनी होती है. यदि हो तो
Security Detail
- Set TallyVault Password to encrypt Company Data – इसे Yes करने से अपने Business के Record पर Password लगा सकते है. जिससे हमारे अलावा इसमें कोई भी बदलाव ना कर सके.
- Control User Access To Company Data – इसके माध्यम से हम Tally Prime को Protect कर सकते है. इसे Yes करने से कोई भी हमारे द्वारा लिखे गए किसी भी Data को देख भी नहीं सकता.
Provide Additional Base Currency Details
- Base Currency Symbol - इस Option के द्वारा हमारे देश की मुद्रा का निशान दिखा सकते है.
- Formal Name - इस Option के द्वारा हमारे देश की मुद्रा का नाम दिखा सकते है.
- Suffix Symbol To Amount - इस Option के द्वारा किसी भी राशि के सामने हमारे देश की मुद्रा का निशान दिखाना चाहते है. तो इसे Yes कर सकते है अथवा No भी रख सकते है.
- Add Space Between Amount And Symbol - इसके माध्यम से राशि और मुद्रा के निशान के बीच में जगह छोड़ी जा सकती है.
- Show Amount In Millions - यदि हमारे व्यापार का लेनदेन करोडो में होता है. तो इसे Yes करे अन्यथा No रख सकते है.
- Number Of Decimal Places - इस Option के द्वारा ये निश्चित किया जाता है. की राशि के बाद कितने दशमलव अंक आने चाहिए अर्थात पैसे को दिखाना.
- Word Representing Amount After Decimal - इस Option का उपयोग दशमलव अंक को किस रूप में व्यक्त करना है. वो लिख सकते है. जैसे - पैसे
- Number Of Decimal Places For Amount In Words - इसके माध्यम से दशमलव के कितने अंक प्रदर्शित होने चाहिए. जैसे - दो अंक या चार अंक आदि
ये सारी जानकारी को भरने के बाद Keyboard की Enter Key को Press करके Detail को Accept करना होता है.
जिसके बाद Accounts , Inventory और GST Tax से सम्बन्धित Options Open होते है जिन्हे Firm , Shop और Company के अनुसार Fill कर सकते है. अथवा बाद में भी किसी भी प्रकार का Changes किया जा सकता है. इसे हटाने के लिए ESC Key का उपयोग करके हटा सकते है. अब हमारे Firm , Shop और Company का Registration Tally Prime Successfully हो जाता है.
प्रश्न उतर
Tally Prime क्या है ?
टैली प्राइम एक प्रकार का वित्तीय लेखांकन सॉफ्टवेयर है. जिसमे अपने व्यवसाय के सभी लेनदेनों को लिखा जा सकता है.
Tally का Full Form क्या होता है ?
टैली का पूरा नाम Total Accounting Leading List Year और Transactions Allowed in a Linear Line Yards होता है.
Tally का Latest Version कौनसा है ?
टैली का नवीनतम संस्करण टैली प्राइम है. जिसे 9 नवम्बर 2020 को Launch किया गया जिसमे मल्टी स्टेट जीएसटी को लागू किया गया.
Tally Prime को किस Operating System (OS) में Install किया जा सकता है ?
टैली प्राइम के लिए विंडोज के 64 बिट ऑपरेटिंग सिस्टम में ही इनस्टॉल किया जा सकता है. जैसे Window 7 64 Bit , Window 10 64 Bit और Window 11
Tally Prime में Company Create करने के लिए Keyboard की किस Key का उपयोग किया जाता है ?
टैली प्राइम में कंपनी बनाने के लिए कीबोर्ड से Alt + F3 या Alt + K Key का उपयोग किया जाता है.