Journal Entries Rules in Hindi रोजनामचा में प्रविष्टि के नियम - Journal लेखांकन की प्रथम पुस्तक होती है. जिसे हिंदी में रोजनामचा कहा जाता है. किसी भी व्यवसाय को सुचारु रूप से चलाने के लिए व्यवसाय में होने वाले लेनदेन को लिखना आवश्यक होता है. जिसमे व्यापार में होने वाले सभी लेनदेनो को कालक्रमानुसार लिखा जाता है. अर्थात व्यवसाय में घटित होने वाली प्रत्येक घटना को उसी समय लिखा जाता है. इसी पुस्तक में लिखे लेनदेनों को बाद में अलग अलग खातों में बांटा जाता है.
नोट :- रोजनामचा से खातो में लिखना खतौनी (Ledger Posting) कहलाता हैं. इन्ही खातों के शेष से तुलन पत्र (Balance Sheet) और लाभ व हानि खाता (Profit & Loss Account) बनाया जाता है.
Journal Entries Rules in Hindi
किन्तु Journal Entries के कुछ Rules होते है.
- Journal दोहरा लेखा प्रणाली पर आधारित होती है. जिसमे प्रत्येक व्यवहार के दो पक्ष होते है. एक जमा और दूसरा नाम. इसमें नाम पक्ष को Debit (Dr.) और जमा पक्ष को Credit (Cr.) कहा जाता है.
- रोजनामचा में लिखने के लिए होने वाले लेनदेन को तीन भागो में बांटा गया है. जिसे खाता (Ledger) कहा जाता है. जिसके लिए Business Accounting Terminology का उपयोग किया जाता है.
व्यक्तिगत खाता (Personal Account) - इसमें ऐसे खाते आते है. जिनका सम्बन्ध किसी व्यक्ति से होता है. जैसे - Capital , Sundry Debtors , Sundry Creditors , Any Bank , Any Company Name
- पाने वाले व्यक्ति को डेबिट करो.
- देने वाले व्यक्ति को क्रेडिट करो.
वस्तुगत खाता (Real Account) - इसमें ऐसे खाते आते है. जिनका सम्बन्ध किसी वस्तु से होता है. जैसे - Purchase , Purchase Return , Sales , Sales Return , Any Assets , Cash Etc.
- जो वस्तु व्यापार में आती है उसे डेबिट करो.
- जो वस्तु व्यापार से जाती हैं उसे क्रेडिट करों.
नाममात्र खाता (Nominal Account) - इसमें ऐसे खाते आते है. जिनका सम्बन्ध किसी अमूर्त रूप से होता है. अर्थात जो दिखाई नहीं देते किन्तु उनका भुगतान किया जाता है. जैसे - Any Income & Profit और Expenses & Losses Etc.
- सभी खर्चो व हानियों को डेबिट करो.
- सभी लाभ व आय को क्रेडिट करो.
Journal Entries करने के लिए तीन Rules का ध्यान रखना होता है.
- लेनदेन में होने वाले दोनों व्यवहारों को पहचानना अर्थात खातों की पहचान करना.
- खातों पर सम्बन्धित Journal Entries के Rules Apply करना.
- Debit को ऊपर और Credit को नीचे लिखना.
Assets Journal Entries
किसी भी प्रकार की सम्पति (Building , Furniture , Computer , Chair , Machinery Etc.) खरीदने पर निम्न Journal Entry की जाती है.
जैसे - 7 अप्रैल 2022 को 5,00,000 रुपये का भवन ख़रीदा.
यहाँ सबसे पहले हमें Journal Entries के Rules के अनुसार खातों की पहचान करनी होगी. इसमें दो व्यवहार हुए एक रोकड़ (Cash) और दूसरा भवन (Building).
Cash और Building दोनों ही वस्तुऍ है. इसका अर्थ है ये वस्तुगत खाता (Real Account) से सम्बन्ध रखते है. इसमें किसी एक वस्तु को Target करके उस पर Real Account के Rules Apply करे.
जैसे - नकद जा रहा है तो भवन आ रहा है. इसीलिए Cash Credit होगा और Building Debit होगी.
Dr. (By) और Cr. (To) का पता चल जाने के बाद Debit को ऊपर और Credit को नीचे लिखा जाता है. जैसा नीचे सारणी में दिया गया है.
Losses & Profit Journal Entries
किसी भी प्रकार के खर्चो और लाभों (Rent Paid & Received , Commission Paid & Received , Interest Paid & Received , Salary Paid & Received Etc.) के लिए निम्न Journal Entry की जाती है.
जैसे - 18 मई 2022 को 2,000 रुपये का किराया चुकाया
इसमें दो व्यवहार हुए एक रोकड़ (Cash) और दूसरा किराया चुकाया (Rent Paid).
Cash एक वस्तु है. इसीलिए ये एक वस्तुगत खाता (Real Account) से सम्बन्ध रखता है. जबकि किराया चुकाना एक नाम है. इसका अर्थ ये है की ये एक नाम मात्र खाता (Nominal Account) से सम्बन्ध रखता है. इसमें भी किसी एक को Target करके उस पर चाहे तो Real Account या चाहे तो Nominal Account के Rules Apply कर सकते है.
जैसे - नकद जा रहा है तो किराया चुकाया खर्च हो रहा है. इसीलिए Cash Credit होगा और Rent Paid Debit होगा.
Dr. (By) और Cr. (To) का पता चल जाने के बाद Debit को ऊपर और Credit को नीचे लिखा जाता है. जैसा नीचे सारणी में दिया गया है.
जैसे - 28 जून 2022 को 7200 रूपये का ब्याज प्राप्त हुआ
Purchase , Sales , Bank Journal Entries
बैंक नकद जमा करवाने या निकलवाने , उधार माल खरीदने या बेचने (Bank , Purchase , Sales) के लिए निम्न Journal Entry की जाती है.
जैसे - 11 जुलाई 2022 को 35,000 रुपये एसबीआई बैंक में जमा करवाये
इसमें भी दो व्यवहार हुए एक रोकड़ (Cash) और दूसरा एसबीआई बैंक (SBI Bank).
Cash एक वस्तु है. इसीलिए ये एक वस्तुगत खाता (Real Account) से सम्बन्ध रखता है. जबकि Bank एक संस्था है. इसका अर्थ ये है की ये एक व्यक्तिगत खाता (Personal Account) से सम्बन्ध रखता है. इसमें भी किसी एक को Target करके उस पर चाहे तो Real Account या चाहे तो Personal Account के Rules Apply कर सकते है.
जैसे - नकद जा रहा है तो बैंक में राशि जमा हो रही है. इसीलिए Cash Credit होगा और SBI Bank Debit होगा.
Dr. (By) और Cr. (To)का पता चल जाने के बाद Debit को ऊपर और Credit को नीचे लिखा जाता है. जैसा नीचे सारणी में दिया गया है.
जैसे - 17 अगस्त 2022 को 15,500 रूपये एसबीआई बैंक से निकवाये
जैसे - 23 सितम्बर 2022 को आरजीसीईआई (RGCEI) से 84,500 रूपये का माल ख़रीदा
RGCEI (Personal Account)
Purchase (Real Account)
जैसे - 21 अक्टूबर 2022 को राणा कम्प्यूटर्स को 54,600 रुपये का माल बेचा
Rana Computers (Personal Account)
Sales (Real Account)
Other Journal Entries
जैसे - 1 जनवरी 2022 को गुरुकुल कम्प्यूटर्स ने 7,80,000 रूपये नकद और 46,000 के दो कम्प्यूटर लगाकर व्यापार शुरू किया
Gurukul Computers Capital (Personal Account)
Cash (Real Account)
Computer (Real Account)
अथवा
Gurukul Computers Capital (Personal Account)
Cash (Real Account)
Gurukul Computers Capital (Personal Account)
Computer (Real Account)