Computer Monitor in Hindi | कम्प्यूटर मॉनिटर हिंदी में | कम्प्यूटर मॉनिटर के प्रकार | कम्प्यूटर सीआरटी मॉनिटर के प्रकार हिंदी में | एनईडी (नैनो एमिसिव डिस्प्ले) क्या है हिंदी में | टीएफटी कम्प्यूटर मॉनिटर के प्रकार हिंदी में
कम्प्यूटर मॉनिटर एक इलेक्ट्रॉनिक विसुअल कम्प्यूटर डिस्प्ले है. मॉनिटर का प्रयोग अपने दवारा किये गए कार्य को दिखाने के लिए किया जाता है. यह एक आउटपुट डिवाइस है. इसको कम्प्यूटर मॉनिटर या विसुअल डिस्प्ले यूनिट (वीडियू) भी कहा जाता है. इससे प्राप्त आउटपुट को सॉफ्टकॉपी कहा जाता है.
कम्प्यूटर मॉनिटर हिंदी में (Computer Monitor in Hindi)
डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के आगमन से कम्प्यूटर मॉनिटर के विकास में निरन्तर बदलाव हुए. फिर चाहे वह कम्प्यूटर मॉनिटर हो, टेलीविज़न हो, मोबाइल डिवाइस हो. जिन कारको से कम्प्यूटर मॉनिटर के प्रदर्शन की गुणवत्ता का आंकलन किया जाता है. उनका विवरण नीचे दिया गया है.
- कम्प्यूटर मॉनिटर अनुपात :- यह कम्प्यूटर मॉनिटर की क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर लम्बाई होती है. जैसे :- 16:9 या 4:5
- कम्प्यूटर मॉनिटर पिक्सेल :- बिन्दुओ से मिलकर बनी आकृति को पिक्सेल कहा जाता है. एक फोटो में जितने बिंदु होते है. फोटो उतनी ही स्पष्ट होती है.
- कम्प्यूटर मॉनिटर डॉट पिच :- यह प्रदर्शन होने वाली प्रत्येक फोटो उमें पिक्सेल के बीच की दुरी होती है. यह दुरी जितनी कम होगी फोटो उतनी ही साफ दिखाई देती है.
- कम्प्यूटर मॉनिटर रेजोल्यूशन :- बिन्दुओ के आकार को रेजोल्यूशन कहा जाता है. ये बिंदु जितने अधिक होंगे फोटो उतनी स्पष्ट होगी रेजोल्यूशन को ही डॉट्स पर इंच के नाम से जाना जाता है. पिक्सेल की अधिकतम संख्या डॉट पिच द्वारा निर्धारित की जाती है.
- कम्प्यूटर मॉनिटर आकार :- कम्प्यूटर मॉनिटर का आकार स्क्रीन के विकर्ण माप द्वारा निर्धारित होता है.
कम्प्यूटर सीआरटी मॉनिटर के प्रकार हिंदी में
सीआरटी (कैथोड रे ट्यूब) :- यह एक प्रदर्शन स्क्रीन है. जो वीडियो सिग्नल का उपयोग कर छवि का निर्माण करती है. सीआरटी एक प्रकार की वैक्यूम ट्यूब होती है. जिसमे इलेक्ट्रॉन गन्स के माध्यम से इलेक्ट्रॉन बीम के फॉस्फोरसेंट सतह से टकराने से छवि का निर्माण होता है. अर्थात वैक्यूम ट्यूब में फॉस्फोरस भरी होती है. जिससे बीम के स्पर्श से छवि बनती है. कैथोड रे ट्यूब की सम्पूर्ण कार्यप्रणाली इलेक्ट्रॉन पुंजों की गति पर पर निर्भर करती है.
सीआरटी के सामने वाले हिस्से को फेस प्लेट कहा जाता है। जो की फाइबर ऑप्टिक्स से बनी है।
कैथोड रे ट्यूब दो प्रकार की होती है। एक मोनोक्रोम और दूसरा सीजीए।
- मोनोक्रोम सीआरटी :- इसमें काला एवं सफेद रंग होता है। जिसे मोनोक्रोम या एमडीए (मोनोक्रोम डिस्प्ले एडॉप्टर) कहा जाता है। इसमें 80 कैरेक्टर पेन लाइन, 24 लाइन, कोई रंग नहीं और कोई ग्राफिक्स नहीं होता है।
- कलर ग्राफ़िक्स एडॉप्टर सीआरटी :- सीजिए (कलर ग्राफ़िक्स एडॉप्टर), 320*200 या 640*350 का रेजोल्यूशन और 16 कलर होता है।
पुराने कम्प्यूटर मॉनिटर्स में कैथोड रे ट्यूब का प्रयोग किया जाता था यह बड़े और भारी होते थे.
एनईडी (नैनो एमिसिव डिस्प्ले) क्या है हिंदी में
नैनो एमिसिव डिस्प्ले (एनईडी) :- यह एक प्रकार की नैनो ट्यूब टेक्नोलॉजी है। एनईडी का विकास मोटोरोला द्वारा 2005 में किया गया था। जो सीआरटी से बेहतर क्वालिटी का मॉनिटर वाला था. एनईडी में तीन डिस्प्ले टेक्नोलॉजी को शामिल किया गया है। जिस कारण इसे ट्रिपल क्राउन भी कहा जाता है। इसमें. रंग फास्फोरस का उपयोग किया गया.
इसमें ईजिए (एन्हांस्ड ग्राफिक्स एडॉप्टर), 640*200 और 640*350 का रेजोल्यूशन और 16 कलर होते हैं।
टीएफटी कम्प्यूटर मॉनिटर के प्रकार हिंदी में
थिन फिल्म ट्रांजिस्टर (टीएफटी) :- थिन फिल्म ट्रांजिस्टर का उपयोग वर्तमान में नोटबुक, लैपटॉप कंप्यूटर में किया जाता है। टीएफटी में प्रत्येक पिक्सेल के लिए एक ट्रांजिस्टर होता है। जिस कारण तेजी से बंद और चालू किया जा सकता है। थिन फिल्म ट्रांजिस्टर को एक्टिव मैट्रिक्स डिस्प्ले टेक्नोलॉजी के रूप में जाना जाता है।
इसमें वीजीए (विजुअल/वीडियो ग्राफिक्स एडॉप्टर), 640*480, 320*200 का रेजोल्यूशन और 16 से 256 कलर होता है।
थिन फिल्म ट्रांजिस्टर कंप्यूटर मॉनिटर तीन प्रकार के होते हैं.
- एलसीडी (लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले) :- लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले मॉनिटर में जटिल अणुओ से बने लिक्विड क्रिस्टल का प्रयोग किया जाता है। जो अपनी ठोस अवस्था से तरल सतह में बदलता है। क्रिस्टल को एक मैट्रिक्स में व्यवस्थित किया जाता है. जिसके अंदर तीन रंग RGB (लाल, हरा और नीला) के क्रिस्टल समूह होते हैं। जब ये अणु एक निश्चित दिशा में एक रेखा में घूमते है। और लाइट को प्रतिबिंबित करते है. तब एक छवि का निर्माण होता है.
एलसीडी मॉनिटर 1972 में पिट्सबर्ग में वेस्टिंगहाउस द्वारा डिस्प्ले पैनल तैयार किया गया था।
इसमें SVGA (सुपर विजुअल/वीडियो ग्राफिक्स एडॉप्टर), 640*480 या 1024*480 का रेजोल्यूशन और 100 से 250 कलर होता है।
- एलईडी (लाइट एमिटिंग डायोड) :- लाइट एमिटिंग डायोड में सेमीकंडक्टर मटेरियल का उपयोग किया जाता है.जिसमें नीला, हरा, अल्ट्रावायलेट हाई ब्राइटनेस कलर के लिए, इंडियम गैलियम नाइट्राइड,पीला, नारंगी, लाल उच्च चमक वाले रंग के लिए, एल्यूमिनियम गैलियम इंडियम फॉस्फेट, लाल, इन्फ्रारेड रंग और पीला, हरा रंग के लिए गैलियम फॉस्फाइड का उपयोग किया जाता है. LED में गर्म फिलामेंट्स का प्रयोग किया गया.LED के सेमीकंडक्टर मटेरियल के अंदर एनर्जी बैंड्स में इलेक्ट्रॉन और छेद होते है. एनर्जी बैंड्स के फोटॉन लाइट बीम के रंग का निर्धारण करती है. प्रकाश उत्सर्जक डायोड में एक प्रकाश किरण जब अन्य अर्धचालक से जुड़ती है तो एक छवि बनती है.
- OLED (ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड) :- यह LED का कर्व रूप होता है.